MCG में बैठे भ्रष्ट व लापरवाह अधिकारी की शय से अवैध कॉलोनीवासियों में चल रहा पानी का गोरखधंधा : विरेंद्र
सत्य ख़बर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज:
एक तरफ तो हरियाणा और पंजाबी में विवाद काफी समय से चल रहा है। जिस पर कई आदेश भी अदालत दे चुकी है लेकिन धरातल पर राजनीति के चलते इसपर कोई भी काम नहीं हो रहा है। वहीं पानी की समस्या को लेकर गुरुग्राम में भी महासंग्राम काफी समय से चला आ रहा है। जिस पर निगम अधिकारी भी राजनीतिक दबाव के चलते मौन बने हुए हैं, हालांकि हरियाणा में तीसरी बार सत्ता में आई भाजपा सरकार लोगों को बेहतर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के दावे तो करतीं रहती है। लेकिन हकीकत में कहीं पर भी लोगों को मूलभूत सुविधाएं समय पर नहीं मिल पा रही है जिसको लेकर आए दिन शहर में धरना प्रदर्शन चलते हैं फिर भी निगम में बैठे भ्रष्ट और लापरवाह अधिकारियों के सर पर जु तक नहीं रेंग रही है। दुसरी बार प्रदेश की कमान संभालने के बाद सीएम नायब सैनी ने लोगों की सुविधा के लिए समाधान शिविर लगवाने शुरू कर दी है लेकिन उन पर भी लोगों की समस्या का समाधान न होकर केवल आश्वासन देकर अधिकारी शिकायतों को भी बंद कर रहे हैं। जिससे लोगों में रोज व्याप्त हो रहा है। ऐसे ही एक मामले में गुरुग्राम नगर निगम के निवर्तमान पार्षद वीरेंद्र यादव ने 22 अक्टूबर से शुरू हुए समाधान शिविर में गांव डूंडाहेड़ा सैक्टर 21 व अन्य स्थानों के बारे में पानी की समस्या को लेकर जनहित में शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन उनकी शिकायत को बिना ही बात किए निगम में बैठे लापरवाह एक्शीयन मनोज ने जानबूझकर बंद कर दी। इसके बारे में शुक्रवार को पार्षद वीरेंद्र ने जॉन 2 की एडिशनल कमिश्नर सुभिता ढाका से समाधान शिविर में मिलकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई।
पार्षद वीरेंद्र यादव ने पत्रकारों को बताया कि गुरुग्राम में पानी की कोई कमी नहीं है,लेकिन निगम में बैठे राजनीतिक रसूखदार लोगों के चहेते जानबूझकर अवैध कॉलोनी में तो घर-घर पानी पहुंचा रहे हैं, लेकिन जहां पर पानी की सख्त जरूरत है वहां पर भ्रष्टाचार के चलते पानी नहीं पहुंचा रहे। उनका कहना था कि आयुक्त आयुक्त डिपो के आसपास बनी शीतला कॉलोनी, धर्म कॉलोनी, अशोक विहार,नोबल एनक्लेव आदि कॉलोनी में घर-घर में पानी के कनेक्शन है, जबकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश है कि केवल पानी की वजह से किसी की जान न जाए, इसलिए सार्वजनिक तौर पर नल लगाकर पानी की सप्लाई दी जाएं। लेकिन निगम में बैठे लापरवाह भ्रष्ट अधिकारी न जाने कि लालच से उपरोक्त अवैध कॉलोनी में पानी की सप्लाई भरपूर मात्रा में दे रही है, जिसके चलते सेक्टर 21, 22 मोलाहेड, डूंडाहेड़ा आदि क्षेत्रों में पानी का प्रेशर कम रहता है, जिससे क्षेत्रवासियों में पानी के लिए हमेशा हाहाकार मचा रहता है। उनका कहना था कि ओल्ड दिल्ली रोड पर मारुति कंपनी के साथ बना नोबल एनक्लेव तो पूरी तरह से कमर्शियल बना हुआ है, जिसमें करीब दो दर्जन पीजी 4-4,5-5 मंजिलें बने हुई है, जिनमें हजारों लीटर पानी रोजाना इस्तेमाल होता है, जिसमें टैक्स के नाम पर भी बहुत बड़ा घोटाला है,और यह सब महा घोटाला और पानी का गोरख धंधा राजनीतिक रसूखदार लोगों की शय पर अधिकारियों की मिली भगत से हो रहा है। उन्होंने कई अधिकारियों पर भी लापरवाही व्रत में के काफी गंभीर आरोप लगाए उनका कहना था कि बार-बार फोन करने के बाद भी अधिकारी जनहित के कार्यों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। अगर इन मामलों पर कोई कुछ बोलता है तो उसको किसी न किसी तरह डराकर, झूठे केस में फसाने की धमकी देकर चुप करा दिया जाता है। उन्होंने नगर निगम के पार्षदों पर भी कई गंभीर आरोप लगाए, उनका कहना था कि कई पार्षदों के काले चिट्ठे जल्द ही जनता के सामने उजागर होंगे।
वहीं सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि नगर निगम में आयोजित होने वाले समाधान शिविरों में मूलभूत सुविधाओं के अलावा सरकारी पंचायती जमीनों पर दबंगों द्वारा किए गए अवैध कब्जों की भी शिकायत दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है।